Tuesday, December 8, 2009

Tuesday, September 11, 2007

डॉ कलाम के लिये सरकार के पास आवास नहीं

देश का सरकारी तंत्र कितना लचर है इसका ताजा उदाहरण है पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को अभी तक रहने के लिये आवास का उपलब्ध न कराना। उन्हें अपने पद से इस्तीफा दिये एक माह से अधिक हो चुका है। कारण बताया जा रहा प्रशासन उनके आवास को अभी तक तैयार नहीं करा पाया है।सभी लोगों को पहले से हीं जानकारी होती है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का कार्यकाल कब खत्म होगा और उन्हें क्या क्या सुविधा उपलब्ध करानी है लेकिन हमारा प्रशासन सोया हुआ है।उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत को भी अभी तक आवास उपल्ब्ध नहीं कराया गया है।डा कलाम और अन्य पूर्व राष्ट्रपतियों में अंतर है। डा कलाम दुनियां के जाने माने वैज्ञानिक भी हैं।सुरक्षा की लिहाज से डा कलाम को जेड प्लस सुरक्षा कवर मिला हूआ है लेकिन वे एक गेस्ट हाउस में रहने को विवश हैं। उन्हें आंतकवादी संगठनों से भी खतरा है।केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग एक पूर्व राष्ट्रपति को आवास उपलब्ध नहीं करा पायी है इससे अधिक हास्यास्पद और क्या हो सकता है।
बहरहाल, डॉ कलाम ने 25 जुलाई, 2002 को भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. वे हमारे राष्ट्रनायक है।उनकी सादगी और सच्चाई ने लोगों को कई मुद्दों पर सोचने पर मज़बूर कर दिया है। राजसी शानो-शौकत वाले राष्ट्रपति भवन को उन्होंने आम आदमी के लिये आम कर दिया। उन्हें बच्चों से काफी स्नेह है। उनके उज्जवल भविष्य के लिये हमेशा प्रयासरत हैं।वे देश के किसी भी कोने पे जाते हैं लोग उनके दर्शन करने और भाषण सुनने के लिये उमड़ पड़ते हैं।भारत रत्न से सम्मानित डॉ कलाम का पूरा कार्यकाल साफ सुथरा रहा। इनके प्रति पूरे देश की जनता की आस्था है 75 वर्ष के होने के बावजूद डॉ कलाम देश को मज़बूत और खुशहाल बनाने के लिये प्रयासरत हैं।